पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर कांग्रेस का बड़ा खुलासा: ड्रोन डील में घोटाला?

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने बुधवार (28 जून) को प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे पर हुई रक्षा डील पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आरोप लगाए कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका में 25 हजार करोड़ रुपये का डिनर करके वापस आए हैं. उनका दावा है कि प्रधानमंत्री का इशारा उनके अमेरिका दौरे के दौरान 31 प्रीडेटर ड्रोन की खरीद पर था।

खेड़ा ने बताया कि प्रधानमंत्री ने अमेरिका जाकर रक्षा सौदों की एकतरफा समझौता किया है। कांग्रेस दवाब डालती है कि प्रधानमंत्री ने प्रीडेटर ड्रोन को दूसरे देशों की तुलना में 3 गुना दाम पर खरीदा है। उनके मुताबिक एक प्रीडेटर ड्रोन की कीमत 880 करोड़ रुपये है, जो प्रति ड्रोन की कीमत के हिसाब से बहुत अधिक है। खेड़ा ने पूछा कि इस डील के माध्यम से किसे फायदा पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।

पवन खेड़ा ने सवाल उठाया कि बिना केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा संबंधी समिति से परामर्श किए बिना प्रधानमंत्री ने ड्रोन की खरीद क्यों की, जबकि इससे अच्छी टेक्नॉलॉजी के ड्रोन बाजार में उपलब्ध हैं। कांग्रेस ने कहा कि यदि ड्रोन खरीदना ही था तो आउटडेटेड ड्रोन क्यों खरीदे, और जब यह ड्रोन खरीदे गए तो फिर आपने रुस्तम और घातक ड्रोन डेवलपमेंट के लिए DRDO को 1786 करोड़ रुपये क्यों दिए?

खेड़ा ने पूछा कि बीजेपी क्यों महंगे दामों पर बेकार ड्रोन खरीद रही है।

कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों में शामिल हैं:

ड्रोन सौदों को मंजूरी देने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा संबंधी समिति (CCS) की बैठक क्यों नहीं हुई?

ड्रोन को ज्यादा कीमत पर खरीदने के पीछे का कारण क्या है?

जब वायुसेना को इन ड्रोनों की कीमतों पर आपत्ति थी, तो डील करने की इतनी जल्दी क्यों थी? वायुसेना ने सिर्फ 18 ड्रोन की मांग की थी, लेकिन 31 ड्रोन खरीद रहे हैं।

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