‘ पाक परमाणु बम से हो सकते हैं आतंकवादी हमले’ अमेरिकी हैकर्स ने निकाली रिकॉर्डिंग

पाकिस्तान के परमाणु हथियार जिहादियों के हाथ लग सकते हैं और हो सकता है कि दुनिया में कोई आत्मघाती परमाणु हमलावर तैयार हो जाए. खतरा अमेरिका में न्यूयॉर्क टाइम्स ने कुछ हैक हुए क्लिप्स के हवाले से जाहिर किया है. इन क्लिप्स को कुछ हैकर्स ने हैक किया था.

द न्यूयॉर्क टाइम्स ने डेमोक्रेटिक पार्टी के कंप्यूटरों से हैक हुए हिलेरी के एक ऑॅडियो क्लिप का हवाला देते हुए कहा, ‘हम इस भय में जीते हैं कि वहां एक तख्तापलट होगा, यह कि जेहादी सरकार पर अपना नियंत्रण कर लेंगे, वे परमाणु हथियारों तक पहुंच बनाएंगे और आपको आत्मघाती परमाणु हमलावरों से जूझना पड़ेगा.’ समाचार पत्र ने ‘द वाशिंगटन फ्री बीकॉन’ बेवसाइट पर जारी 50 मिनट के ऑडियो का हवाला दिया. समाचारपत्र ने कहा कि अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी ने गत फरवरी में वर्जीनिया में बंद दरवाजे में हुए एक फंड रेजर कार्यक्रम में कहा, ‘भारत के साथ अपनी शत्रुता जारी रखते हुए पाकिस्तान सामरिक परमाणु हथियार विकसित करने के वास्ते पूरी गति से काम कर रहा है.’

समाचार पत्र ने कहा है कि फंड रेजर कार्यक्रम में परमाणु हथियारों के आधुनिकीकरण पर एक सवाल पर हिलेरी ने परमाणु हथियारों की दौड़ के बारे में बात करते हुए रूस और चीन के साथ साथ पाकिस्तान और भारत का भी नाम लेकर परमाणु हथियारों की उभरती होड़ की चेतावनी दी. हिलेरी ने कहा, ‘यह सर्वाधिक खतरनाक कल्पनीय घटनाक्रमों में से एक है.’ अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री की इस टिप्पणी का पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ के एक स्थानीय टीवी चैनल के साथ उस साक्षात्कार के मद्देनजर महत्व है. उक्त साक्षात्कार में आसिफ ने भारत के खिलाफ परमाणु हमला करने की धमकी दी थी. आसिफ ने कहा था, ‘हमारी सुरक्षा को यदि खतरा हुआ तो हम उनका (भारत का) अस्तित्व मिटा देंगे.’

ऐसा लगता है कि अमेरिका ने परमाणु हथियार इस्तेमाल करने के आसिफ के हालिया बयानों को गंभीरता से लिया है. पाकिस्तान के नेता द्वारा दिये गये बयान के संदर्भ में पूछे जाने पर अमेरिका के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘परमाणु क्षमता रखने वाले देशों की परमाणु हथियार और मिसाइल क्षमताओं के सिलसिले में संयम बरतने की जिम्मेदारी है.’ इससे पहले अमेरिका के रक्षा मंत्री एस्टन कार्टर ने कहा था कि भारत ने आमतौर पर परमाणु तकनीक को लेकर जिम्मेदारी भरा व्यवहार किया है, चीन खुद को पेशेवर के तौर पर पेश करता है, वहीं पाकिस्तान में परमाणु हथियार तनावों के इतिहास से घिरे हुए हैं.