पाकिस्तान के स्कूलों में मजहबी ज़हर, भारत में कही ऐसी शिक्षा न आ जाए

अगर सांप्रदायिकता इसी तरह बढ़ती रही तो वो दिन दूर नहीं जब भारत के स्कूलों में भी इसी तरह का नज़ारा देखने को मिलेगा,स्कूलों में जब धर्म आधारित शिक्षा होगी तो ऐसा ही ज़हर बोया जाएगा. हिंदू राष्ट्र चाहने वाले ये कहानी ज़रूर पढ़ें. जानें कि धर्म में अंधे देश अपने स्कूलों में क्या परोसते हैं. कैसे भरते हैं बच्चों के दिमाग में ज़हर. देखिए भारत एक सैक्युलर देश है इसलिए यहां सिखाते हैं हिंदु, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में है भाई-भाई. जहां बच्चों को कभी भी किसी भी धर्म, और मजहब के बारे में कभी भी कोई गलत तालीम नहीं दी जाती. हमेशा हर धर्म की इज्ज़त करना सिखाया जाता है. पाकिस्तान धर्म आधारित देश है . वहां बच्चों को चौथी कक्षा से ही हिंदुओं के खिलाफ भड़काना शुरु कर दिया जाता है. उन्हें सिखाया जाता है कि हिंदू, इस्लाम के दुश्मन हैं. कैसे सांप्रदायिक देश भरते हैं लोगों के दिमाग में ज़हर…

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

चौथी कक्षा से ही शुरु हो जाता है भड़काने का काम

– कक्षा 4 के बच्चों की किताबों में लिखा गया है कि हिंदू धर्म कभी भी अच्छी चीज़ें नहीं सिखाता है. हिंदू धर्म औरतों की इज्ज़त नहीं करता.

कक्षा 5 के सिलेबस में लिखा गया है कि हिंदू हमेशा ही इस्लाम का दुश्मन होता है.

कक्षा 6 में पढाया जाता है कि हिंदु बड़े ही छोटे और अंधेरे वाले घरों में रहते हैं, बाल विवाह उनमें आम बात है.