एनडीए की बैठक के बाद पीएम मोदी ने बदला रवैया, बोले- ‘मुझसे ग़लती हो सकती है लेकिन…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए की दिल्ली में हुई बैठक के बाद कहा कि एनडीए का गठन किसी का विरोध करने के लिए नहीं, बल्कि देश की स्थिरता के लिए हुआ है। प्रधानमंत्री ने एनडीए की बैठक के बाद विपक्ष के बारे में कहा कि ये स्वार्थ के लिए पास आ सकते हैं, लेकिन साथ नहीं आ सकते हैं। भारत में गठबंधन की परंपरा रही है, लेकिन जो नकारात्मकता के साथ आए हैं, उन्हें कभी सफलता नहीं मिली है।

प्रधानमंत्री ने कहा, “एनडीए का हर सहयोगी जो मेहनत कर रहा है, उन्हें तय है कि 2024 में एनडीए का वोट शेयर 50 प्रतिशत से भी ऊपर जाएगा। आपकी मेहनत रंग लाने वाली है। देश की जनता को आपके नेतृत्व पर भरोसा है।” उन्होंने कहा कि एनडीए के गठन के 25 साल पूरे हो गए हैं और ये 25 साल देश की प्रगति को गति देने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी का हो, जब गठबंधन भ्रष्टाचार की नीयत से हो, जब गठबंधन जातिवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर किया जाए, तो वह गठबंधन देश का बहुत नुकसान करता है।

उन्होंने कहा, “मुझसे गलती हो सकती है लेकिन बदनीयत से मैं दूर रहूंगा। बदनीयत से कोई काम नहीं करूंगा। और साथियों मेरा जीवन आप देखते हैं। देश देख रहा है। मेरे शरीर का हर कण, मेरे समय का हर क्षण देश को ही समर्पित है। आपका ये विश्वास आपका ये आशीर्वाद मेरी ऊर्जा है।”

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