आखिर क्यों सबसे अहम और अनूठा था सम्राट अशोक का चरित्र, क्यों नहीं है कोई महाराजा उनके आगे.

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अगर अखंड भारत की बात करते हैं तो भारत के इतने बड़े हिस्से पर अशोक ने ही सबसे पहले राज्य किया.
• अशोक के शासन में हिंदुकुश से लेकर अफगानिस्तान ईरान बलूचिस्तान कहां का हिस्सा नहीं था.
• पाकिस्तान , बांग्लादेश , अफगानिस्तान, नेपाल भूटान , म्यांमार का ज्यादातर हिस्सा अशोक के साम्राज्य का हिस्सा था.
• वो सचमुच के चक्रवर्ती सम्राट थे जिसका मतलब होता है सम्राटों का सम्राट
• अशोक ने संपूर्ण एशिया में बौद्ध धर्म का प्रचार किया. उनके राज्य के चिन्ह भारत में कहीं भी मिल जाते हैं
• कल मैंने आपको बताया था कि एक अशोक बेहद क्रूर और घिनौना था जो महिलाओं को जलवा दिया करता था तो उसी अशोक का जीवन का दूसरा हिस्सा प्रेम, सहिष्णुता, सत्य, अहिंसा और शाकाहार के लिए समर्पित रहां
• अशोक का जीवन बदला कलिंग युद्ध से.
• मेरे खयाल से हृदय परिवर्तन का इससे बड़ा उदाहरण नहीं मिलेगा. कलिंग युद्ध तक जो अशोक हिंसक कामुक और चांडाल हुआ करता था वो अशोक धर्म प्रचार का प्रतीक बन गया. अपने जन्मस्थल लुंबिनी, , सारनाथ , बोधगया, कुशी नगर, श्रीलमंका, थाईलैंड, चीन में आपोक अशोक स्तंभ मिल जाएंगे. अशोक चहां नहीं गया वहां भी अशोक स्तंभ देखे जा सकते है.
• बौद्ध धर्म को श्रीलंका, अफगानिस्तान, वेस्ट एशिया मिश्र और यूनान तक पहुंचाने वाला सम्राट अशोक ही था.
• अशोक ने राजा होते हुए, राजा को क्या जरूरत थी ऐश करता,
• 23 विश्वविद्य़ालय बनवपाए. तक्षशिला, नालंदा, विक्रम शिला , कंधाहार जैसे विश्वविद्यालय सम्राट अशोक ने ही बनाए थे.
• देश विदेश में शिक्षा पाने के लिए छात्र यहां आया करते थे.
• कलिंग का युद्ध 261 ईसापूर्व हुआ था. तब असोक को राज्याभिषेक के आठ ही साल हुए थे.
• तेरहवे शिलालेख के अनुसार कलिंग युद्ध में डेढ़ लाख व्यक्ति बंदी बनाकर निर्वासित किए गए थे.
• एक लाख लोगों की मौत हुई थी. डेढ़ लाख लोग घायल हुए. अशोक ने ये नरसंहार खुद अपनी आंखों से देखा.
• इसके बा अशोक ने युद्ध को हमेशा के लिए बंद कर दिया. उसने महान बौद्ध धर्म को स्वीकार कर लिया,.
• श्रेय उपगुप्त नामके भिक्षु ने उनको दीक्षा दिलाई,
• अपने शासनकाल के बारहबे साल में वो बोधगया गया.
• शासन के बीसलें साल में यानि कलिंग के 12 साल बाद अशोक ने लुंबनी की यात्रा की
• अस्पताल पाठशालाएं और सड़कें बनवाईं
• बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए उन्होंने नेपाल, श्रीलंका, अफगानिस्तान सीरिया मिश्र और यूनान में भी अहिंसा का संदेश भेजा.

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