
संसद के विशेष सत्र की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के साथ हो गई। पीएम मोदी ने इस पल में कई महत्वपूर्ण बातें कहीं, जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं
- प्रधानमंत्री ने बताया कि सदन में सभी सदस्यों ने अपना योगदान दिया है। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के बाद भी लोगों की आशंकाओं को दूर किया है और समाज के समान मानवाधिकारों का पालन किया है।
- मोदी जी ने भारत को विश्वमित्र की तरह दुनिया में मान्यता प्राप्त करने की बात की। उन्होंने भारत की दोस्ती की महत्वपूर्ण भूमिका बताई और यह कहा कि भारत अब विश्व मंत्र बन गया है।
- पीएम मोदी ने बताया कि संसद में हुए हमले को याद करते हुए उन्होंने उन लोगों का सलाम दिया जिन्होंने अपने जीवन को खतरे में डालकर संसद को बचाया।
- उन्होंने संसद की महत्वपूर्ण भूमिका को भी बताया और कहा कि यह न केवल संसद पर हमला था, बल्कि यह देश की आत्मा पर हुआ हमला था।
- पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका को भी प्रधानमंत्री ने उजागर किया और उन्होंने पत्रकारों को संसद के काम को लोगों के सामने लाने के लिए उनका योगदान सराहा।
- मोदी जी ने अपने सांसद बनने के पहले अनुभव को साझा किया और बताया कि वे कभी नहीं सोचते थे कि एक गरीब का बेटा भी सांसद बन सकता है, और यह दिखाता है कि भारतीय लोकतंत्र की ताकत क्या है।
- संसद के पुराने भवन की यादों को मनाते हुए उन्होंने कहा कि इस भवन का महत्व अत्यधिक है, क्योंकि यहां संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी और यह भवन देश के लिए एक महत्वपूर्ण पहचान है।
- प्रधानमंत्री ने संसद के पुराने भवन को याद करते हुए इसका महत्व बताया कि इस भवन के माध्यम से देश के इतिहास का हिस्सा जुड़ा है और आज इसे छोड़कर हम आगे बढ़ रहे हैं।
- उन्होंने संसद के इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं को भी याद किया, जैसे कि चरण सिंह द्वारा ग्रामीण मंत्रालय की स्थापना, मनमोहन सिंह की सरकार में कैश फॉर वोट कांड, और आपातकाल का संकट।
- इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, और नरसिम्हा राव को भी याद किया और अपनी सरकार की उपलब्धियों को बताया।
इस भाषण के माध्यम से प्रधानमंत्री ने संसद की महत्वपूर्ण भूमिका को और इसके इतिहास को महत्वपूर्ण बनाया और देश के लोगों को उनके सेवकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
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