विवेक तिवारी को मार डालने के बाद भी सरकार की नाक पर शर्म नहीं, पढ़िए ये खबर


Deprecated: Creation of dynamic property Maghoot_Theme::$loop_meta_displayed is deprecated in /var/www/vhosts/knockingnews.com/httpdocs/wp-content/themes/magazine-hoot/template-parts/loop-meta.php on line 108

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार रात एप्पल (Apple) के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी (Vivek Tiwari) की पुलिस की गोली से हुई मौत के मामले में यूपी पुलिस चौतरफा घिरती नजर आ रही है. एकतरफ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस घटना की जांच की जाएगी और जरूरत पड़ी तो सीबीआई जांच के आदेश भी दिए जाएंगे. वहीं, दूसरी तरफ उनकी सरकार के सिचाई मंत्री ने इस मामले में विवादित बयान दिया है.

योगी सरकार के सिचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि ‘गोली उन्हीं को लग रही है, जो वास्तव में अपराधी हैं.’ विवेक तिवारी की हत्या के मामले में उन्होंने यह भी कहा कि जो गलती करेगा उसको दंड मिलेगा, किसी भी हाल में किसी को बख्शा नहीं जाएगा.’ उन्होंने कहा कि एनकाउंटर में ऐसी कोई गलती नहीं हुई. उसी को गोली लग रही है, जो वास्तव में क्रीमिनल है. न्याय सबको मिलेगा. जो गलती करेगा उसको दंड मिलेगा.

‘पुलिस को मेरे पति को मारने का कोई हक नहीं था’

मृतक विवेक की पत्नी ने पुलिस और राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. मृतक विवेक की पत्नी कल्पना तिवारी ने कहा कि पुलिस को मेरे पति को मारने का कोई हक नहीं था. मैं यूपी के सीएम से मांग करती हूं कि वह यहां आएं और मुझसे बात करें. उन्होंने कहा कि पुलिस ने सामने से गोली मारी है.  उन्होंने कहा कि पुलिस कह रही थी कि मेरे पति आपत्तिजनक अवस्था में पाये गये थे. तो मैं कहती हूं कि आपने उन्हें पकड़ा क्यों नहीं. क्या कार को नहीं रोकना क्या कोई अपराध है? मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहती हूं कि यह किस तरह की कानून-व्यवस्था है.”

मामले में एसआईटी गठित

यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने विवेक तिवारी हत्या मामले में कहा कि यह दुखद घटना है. यह हत्या का मामला है और दोनों ही सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.  दोनों पुलिसवाले के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है. वहीं, लखनऊ के  SSP कलानिधि नैथानी ने कहा कि लखनऊ में पुलिस की गोली से एप्पल के एरिया मैनेजर की हत्या मामले में एसपी अपराध के अंतर्गत SIT गठित की जा चुकी है. मैंने व्यक्तिगत तौर पर जिला मजिस्ट्रेट से मजिस्ट्रेट इंक्वायरी की मांग की है.

संदिग्ध स्थिति में लिया एक्शन

इस  मामले में पुलिस का कहना है कि विवेक तिवारी अपनी एक महिला साथी के साथ एसयूवी कार चला रहा था. गश्त पर मौजूद दो पुलिसकर्मियों ने उसे इशारा कर गाड़ी रोकने को कहा. पुलिस ने कहा कि तिवारी ने वहां से कथित तौर पर भागने का प्रयास किया, इसी क्रम में पहले उसने पहले पुलिस की पेट्रोलिंग वाली बाइक में और फिर बाद में दीवार को भी टक्कर मारी. courtsey NDTV India

Leave a Reply