सावधान: फोन पर आधार कार्ड मत बताना वरना हो सकता है खाता खाली

नई दिल्ली: पीएम मोदी के नोटबंदी के साइड इफैक्ट खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे. कैश लैस के चक्कर में सैकड़ों हज़ारों कानून बने और उन कानूनों से होने वाले नुकसान एक के बाद एक सामने आ रहे हैं.  अब एक नया मामला सामने आया है इस मामले में फोन पर किसी ने आधार कार्ड नंबर पूछा… और बैंक खाता खाली हो गया

मामला रायपुर का है यहां के राजेंद्र नगर बजाज कॉलोनी में रहने वाली वर्षा शुक्ला (परिवर्तीत नाम) आधार कार्ड लिंक से ठगी का पहली शिकार बनीं हैं. राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में रहने वाली शुक्ला के फोन पर एक अज्ञात शख्स का फोन बैंक वाले के रूप में आया. उसने उनसे पहले उनका आधार कार्ड नंबर और बैंक अकाउंट नंबर पूछा. फिर कुछ देर बाद उनके मोबाइल नंबर पर जेनरेट हुई छह अंकों वाली ओटीपी पूछा और कुछ ही देर में शुक्ला मैडम के 63 हजार रुपये बैंक खाते से पार हो गए.

राजेंद्र नगर बजाज कॉलोनी में रहने वाली वर्षा शुक्ला ( बदला हुआ नाम) आधार कार्ड लिंक से ठगी का शिकार बनीं हैं. राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में रहने वाली शुक्ला के फोन पर एक अज्ञात शख्स का फोन बैंक वाले के रूप में आया. उसने वर्षा से पहले उनका आधार कार्ड नंबर और बैंक अकाउंट नंबर पूछा. फिर कुछ देर बाद उनके मोबाइल नंबर पर जेनरेट हुई  छह अंकों वाली ओटीपी पूछा और कुछ ही देर में वर्षा के 63 हजार रुपये बैंक खाते  से पार हो गए.

आधार कार्ड नंबर के सहारे हुई इस ठगी से बैंक वालों से लेकर पुलिस अधिकारी सभी भौंचक्के हैं. एएसपी विजय अग्रवाल का कहना है कि इसी प्रकार का एटीएम फ्रॉड पहले भी हो चुके हैं. जिसमें झारखंड जामतारा के ठगों को पकड़ा गया था. वे अब भी जेल में हैं. जल्द ही इसके लिए एक टीम गठित की जाएगी.

इस घटना के बाद से आम आदमी से लेकर व्यापारी सभी में दहशत का माहौल है. व्यापारियों का कहना है कि वे इस घटना से काफी सकते में हैं क्योंकि साइबर अपराध काफी जटिल है और उन लोगों के पास इन प्रकार के अपराधों को रोकने के लिए कोई पुख्ता तैयारी नहीं है. जिससे लुट जाने का डर बना रहता है. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, औसतन हर साल 50 मामले सामने आ रहे हैं. इसमें कोड वर्ड लेकर ठगी की शिकायत हो रही है.