खेती से भविष्य को संवारने पर सेमिनार, विद्वानों ने की बड़ी बड़ी बातें

सितंबर 2018 को आईएआरआई पूसा के डब्लूटीसी ऑडिटोरियम में सी एन आर आई कंफेडरेशन ऑफ एन जीओएस ऑफ रूरल इंडिया नई दिल्ली द्वारा राउंड टेबल कांफ्रेंस ऑन सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोलस मेकिंग इंडियन एग्रीकल्चरल सस्टेनेबल प्रोडक्टिव प्रॉफिटेबल एन अपॉर्च्युनिटी इस विषय पर आयोजित किया गया.

कन्फेडरेशन ऑफ एनजीओ ऑफ रूरल इंडिया के कार्यक्ार सदस्य

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे श्री पुरुषोत्तम रुपाला माननीय मंत्री कृषि एवं पंचायत राज्य मंत्री भारत सरकार कार्यक्रम की अध्यक्षता टी कि श्री सोमपाल शास्त्री जी ने और विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित थे.

श्री रविंद्र दारिया श्री किरीट सैलाब श्री परितोष जोशी श्री प्रवीण त्रिपाठी सर्वप्रथम सी एन आर आई के मेंबर सेक्रेटरी श्री विनोद आनंद ने सी एन आर आई का परिचय देते हुए कार्यक्रमों के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और श्री यासिर अहमद पीडब्ल्यूसी ने कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र का संचालन किया.

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भूत पूर्व कृषि मंत्री श्री सोमपाल शास्त्री ने हिंदी में अपना शोधपरक उद्बोधन देते हुए भारतीय कृषि की वर्तमान प्रस्थिति कृषि नीतियों और प्रासंगिकता आवश्यकता और निरंतरता पर प्रकाश डाला.

कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने वाले घटकों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कृषि की आय में वृद्धि हेतु अन्य वैकल्पिक स्रोतों के विषय पर ध्यान देने एवं उनका दोहन करने की बात कही.

मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए माननीय मंत्री श्री पुरुषोत्तम रुपाला जी ने कार्यक्रम आयोजन की सार्थकता पर बधाई देते हुए उपस्थित लोगो से आह्वान किया कि कृषि क्षेत्र के रियल टाइम प्रोडक्टिविटी से संबंधित आंकड़ों का संग्रह उनका विश्लेषण करते हुए भविष्य की रणनीति तैयार की जाए और समय की कमी को देखते हुए योजनाबद्ध तरीके से परिणाम मूलक कार्यों पर छोड़ दिया.

स्वयंसेवी संस्थाओं को साझा खेती के सूत्र को लागू करने का कार्य करने हेतु आगे आने का आह्वान किया और विश्वास जताया कि स्वयंसेवी संस्थान है इस कार्य को पूर्ण करने की क्षमता रखते हैं.

श्री विनोद आनंद द्वारा मंत्रालय के सहयोग से 40 नक्सल प्रभावित पिछड़े जिलों में के कार्य करने की रुचि प्रदर्शित की और मंत्री महोदय द्वारा हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया.

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के समक्ष संस्था की आवाज को पहुंचाने का कार्य करेंगे cnri का विस्तृत परिचय देते हुए श्री रविंद्र धारिया सलाहकार एवं संस्थापक सदस्य ने संस्थापक उद्देश्यों और भविष्य की योजनाओं के विषय में बताया और कहा कि  कांफ्रेंस के दिन भर की विवरणिका सुझाव एवं कार्य योजना माननीय मंत्री महोदय के समक्ष चर्चा हेतु प्रस्तुत की जाएगी एवं विचार रखे जाएंगे और विचार-मंथन के उपरांत कार्य योजना बनाकर के आगे कार्य हेतु प्रेषित किया जाएगा.

इस कार्यक्रम के सहयोगी के रुप में इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट डब्ल्यूबीसी राष्ट्रीय परिषद सदस्य एसोसिएशन मौजूद थे .

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