केजरीवाल के खिलाफ आम आदमी पार्टी में बगावत, पंजाब से दिल्ली तक गुस्सा

चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पार्टी में बगावत के हालात बन गए हैं. पार्टी की पंजाब शाखा के अध्यक्ष भगवंत मान ने इस्तीफा दे दिया है. मान ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट डाल इसकी जानकारी दी. मान ने लिखा मैं आम आदमी पार्टी की प्रधानगी से इस्तीफा दे रहा हूं लेकिन पंजाब में ड्रग माफिया तथा लोगों के साथ हो रही धक्केशाही के खिलाफ मैं लड़ता रहूंगा. एक सच्चा पंजाब होने के नाते जंग जारी रहेगी.

 

कल पंजाब के अकाली नेता विक्रमजीत सिंह मजीठिया ने प्रेस कांफ्रेंस में केजरीवाल की एक चिट्ठी दिखाई थी जिसमें केजरीवाल ने कोर्ट में लिखित में मजीठिया माफी मांगी थी. ये माफी मानहानि के मुकदमे से छुटकारा पाने के लिए मांगी गई थी.  केजरीवाल के प्रति नाराज़गी टाइमिंग के कारण भी है. केजरीवाल ने माफी मांगी है जब बाकायदा हाईकोर्ट में मजीठिया फंसने जा रहे हैं. पंजाब एसटीएफ ने मजीठिया के खिलाफ अदालत में कहा है कि उसके पास पर्याप्त मात्रा में सबूत मौजूद हैं जिनसे साबित किया जा सके कि मजीठिया ड्रग तस्करी में शामिल हैं.

 

केजरीवाल से सिर्फ भगवंत मान ही नाराज़ नहीं हैं बल्कि वरिष्ठ नेता और कवि कुमार विश्वास ने ट्विटर पर चार लाइनों की एक कविता लिखकर अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा.

 

उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘एकता बाँटने में माहिर है, खुद की जड़ काटने में माहिर है, हम क्या उस शख़्स पर थूकें जो खुद, थूक कर चाटने में माहिर है!’  हालांकि कुमार ने ट्वीट में कहीं भी उनका नाम नहीं लिया. इसके अलावा कुमार विश्वास ने दूसरे ट्वीट में कहा, ”पराए आँसुओं से आँख को नम कर रहा हूँ मैं, भरोसा आजकल खुद पर भी कुछ कम कर रहा हूँ मैं, बड़ी मुश्किल से जागी थी ज़माने की निगाहों में, उसी उम्मीद के मरने का मातम कर रहा हूँ मैं..!”

 

पंजाब आप के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि केजरीवाल ने पार्टी से चर्चा किए बगैर यह कदम उठाया है. वहीं, पार्टी के नाराज नेता कुमार विश्वास ने भी इसे लेकर अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा है. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘एकता बाँटने में माहिर है, खुद की जड़ काटने में माहिर है, हम क्या उस शख़्स पर थूकें जो खुद, थूक कर चाटने में माहिर है!’ यहां पर स्पष्ट कहना होगा कि यह माना जा रहा है कि इशारा केजरीवाल की ओर है. उन्होंने कहीं भी उनका नाम नहीं लिया है.

 

 

अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी, जिसके नेताओं पर 20 से ज्याहदा मानहानि के मामले दर्ज हैं, ने उन मामलों को निपटाने का फैसला किया है.