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योगी आदित्यनाथ के भाई की चाय बेचते हुए तस्वीर पर सोशल मीडया सेल की पोल एक बार खुल गई है. हालात ये हैं कि बीजेपी के विधायक भी जिस झूठी पोस्ट फॉर्वर्ड कर रहे थे वो गलत निकली है.

पोस्ट में लिखा गया था क  “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदरणीय योगी जी के भाई हैं जो चाय का दुकान चला रहे है, कांग्रेस के कोई भी बड़े नेता का भाई इस तरह का हो तो जरूर पोस्ट कीजिएगा.” आर्काइव वर्शन यहां देखा जा सकता है. 23,000 से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं. और यह गिनती बढ़ती ही जा रही है.

वेरिफिकेशन के लिए इंडिया टुडे ने अपनी टीम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बहन शशि सिंह तक भेजी . शशि के हसबैंड पुराण पायल ने इंडिया टुडे को बताया कि फोटो में जो आदमी है वह योगी का भाई नहीं है. वह योगी के परिवार में से कोई नहीं है. उन्होंने यह भी बताया कि योगी आदित्यनाथ का कोई भाई चाय की दुकान नहीं चलाता. योगी के तीन भाई और तीन बहन हैं.

मार्च 2017 में योगी आदित्यनाथ जब यूपी के मुख्यमंत्री बने थे तो एबीपी न्यूज़ ने उनके परिवार वालों से बातचीत की थी. इस इंटरव्यू में योगी आदित्यनाथ के दो भाईयों को देखा जा सकता है. योगी के तीसरे भाई इंडियन आर्मी में सूबेदार हैं. उनका नाम शैलेंद्र मोहन है.

हम उस आदमी की पहचान नहीं कर सके जो फोटो में दिख रहा है लेकिन यह साबित हो गया है कि वह सीएम योगी आदित्यनाथ का भाई नहीं है. वायरल हो रहे इस पोस्ट को देखने पर उस आदमी और सीएम योगी का चेहरा मिलता-जुलता है लेकिन वह योगी का भाई नहीं है.

योगी आदित्यनाथ और हॉलीवुड ऐक्टर विन डीजल को लेकर भी सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल होते रहते हैं. कई बार मजाकिया लहजे में तो कई बार भाई, दोस्त बताकर. लखनऊ में हुए लल्लनटॉप शो में जब योगी आदित्यनाथ से पूछा गया, आप विन डीज़ल को जानते हैं? तो उन्होंने क्या कहा खुद देखिए.

योगी आदित्यनाथ के तीन भाई हैं. एक उनसे बड़े हैं, जिनका नाम है मानवेंद्र मोहन. दो लोग उनसे छोटे हैं, शैलेंद्र मोहन और महेंद्र मोहन. बात शैलेंद्र की, जो सेना में सूबेदार हैं. उनकी तैनाती भारत-चीन के माना बॉर्डर पर है, जो देश के सबसे संवेदनशील इलाकों में से एक है. इस बॉर्डर पर सिर्फ स्थानीय सिपाहियों को ही तैनात किया जाता है, जिन्हें वहां की भौगोलिक चीजों की समझ होती है और इससे पहाड़ी इलाकों के बॉर्डर की सुरक्षा हो सकती है.

शैलेंद्र ने बताया कि योगी ने उनसे कहा कि है कि उन्हें अपनी क्षमता के हिसाब से देश की सेवा करनी चाहिए. शैलेंद्र बताते हैं कि वो और उनका पूरा परिवार मुख्यमंत्री योगी को महाराज जी कहता है. बचपन के दिनों के बारे में शैलेंद्र ने बताया कि उन्होंने और योगी आदित्यनाथ ने एक साथ खूब समय बिताया है. शैलेंद्र कहते हैं-

मैं और मेरे भाई, दोनों ही देश की ही सेवा कर रहे हैं. मेरे भाई यूपी के मुख्यमंत्री के तौर पर देश की सेवा कर रहे हैं, जबकि मैं एक सिपाही के तौर पर देश की सेवा में लगा हूं.

किसी  बड़े नेता की ऐसी पारिवारिक विरासत लोगों को हौसला देती है. हौसला इस बात का कि अब भी ईमानदारी की कोई कीमत नहीं है. हौसला इस बात का कि बड़े होने से कुछ नहीं होता, बड़ा काम आपको बड़ा बनाता है. और हौसला इस बात का भी कि सत्ता की ताकत का दुरुपयोग करने से अब भी लोग बचे हुए हैं.

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