करोड़पति की शवयात्रा में पत्नी और बेटियों ने मनाया जश्न लगाए ठुमके, हैरान कर देने वाली खबर

नई दिल्ली:  खबर का शीर्षक समझ कर आपको लगा होगा कि ये किसी सात समंदर पार के अजूबे से देश की कहानी होगी लेकिन ऐसा नहीं है. ये भारत के दिल्ली से सटे नोएडा का मामला है. दिल्ली-एनसीआर में कुछ लड़कियां ढ़ोल-नगाड़े के साथ अपने पिता के शव को लेकर जा रही थीं. लड़किया इस कदर नाच रही थीं जैसे बारात लेकर जा रही हों.

दरअसल ये अंतिम यात्रा ऐसी थी जो आज तक किसी ने नहीं देखी थी इसलिए लोग भी हैरान रह गए थे. जब लड़कियों से पिता की अंतिम यात्रा में नाचने-गाने का कारण पूछा गया था तो पता चला कि वो अंतिम यात्रा नोएडा के एक कारोबारी हरी भाई लालवानी की है. लड़कियों ने कहा कि उनके पिता की ये अंतिम इच्छा थी कि उनकी अंतिम यात्रा उत्सव की तरह मनाई जाए.

दरअसल, नोएडा के उद्यमी और एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष 65 वर्षीय हरी भाई लालवानी का बृहस्पतिवार को निधन हो गया. उनकी अंतिम इच्छा थी कि जिस तरह बच्चे के जन्म के समय उत्सव मनाया जाता है, उनकी मौत के बाद अंतिम यात्रा को भी अंतिम उत्सव के रूप में मनाया जाए. उन्होंने जिंदगी को जिया है. वह मानते थे कि शायद मौत जिंदगी से भी खूबसूरत होगी, जिसे पाने के लिए जिंदगी को गंवाना पड़ता.

जिस कारण उनकी चारो बेटियों ने अपने पिता की अंतिम इच्छा जरूर पूरी करते हुए  खूब डांस किया. उनका कहना है कि हमारा समाज हमें देखकर क्या सोचता है, इससे फर्क नहीं पड़ता, उन्हें पापा की खुशी के लिए सब कुछ मंजूर हैं.

‘‘ अब अंतिम सफर की तैयारी है और खूबसूरत मौत से मिलने की अब मेरी बारी है. आप सभी को अब मेरे आखिरी जश्न में आना है. जीने का मजा लिया और मेरी मौत का उत्सव भी मनाना है ’’

बता दें कि ये अंतिम यात्रा सेक्टर 40 से लेकर सेक्टर 94 तक गई. पति की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए हरीभाई की पत्नी मधु ललवानी और पिता की इच्छा पूरी करने के लिए उनकी चारों बेटियां अनीता लालवानी, दीप्ति लालवानी, रितिका लालवानी और यामिनी लालावानी नाचते-गाते अंतिम यात्रा लेकर जा रहे थे.

हरीभाई की मौत दिमाग में ब्लड क्लॉटिंग से हई थी. उन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसे बाद उनका ऑपरेशन हुआ. उनकी मौत 9 नवंबर को रात 12 बजे हुई.