मैक डोनाल्ड के रेस्त्रां फिलहाल खुलने के आसार नहीं, खराब क्वालिटी आ रही है आड़े

नई दिल्ली : 29 जून से बंद पड़े मैकडॉनल्ड्स के 43 स्टोर फिलहाल खुले के की आसार नहीं हैं. ये स्टोर लाइसेंस का नवीकरण न होने के कारण बंद हैं. लाइसेंस के नवीकरण के लिए कंपनी के अधिकृत व्यक्ति के दस्तखत की जरूरत है और ऐसा कोई शख्स कंपनी को मिल नहीं पा रहा है. कंपनी ने अपने एक अधिकारी को यह अधिकार देने की कोशिश की, लेकिन उसने जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया.

कंपनी में 50 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले विक्रम बख्शी ने लाइसेंस के कागजों पर दस्तखत करने से यह कहकर इनकार कर दिया कि मैकडॉनल्ड्स के उत्पादों की गुणवत्ता लगातार बिगड़ रही है.

बख्शी का कहना है कि कंपनी के विदेशी निदेशकों को खुद या फिर संयुक्त रूप से यह जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कंपनी के बोर्ड में दो निदेशक हैं. कंपनी बोर्ड में मैकडॉनल्ड्स की नामित निदेशक मैलबाई ऐसल का कहना है कि दिसंबर, 2013 के समझौते के मुताबिक बख्शी और उन्हें संयुक्त रूप से ऐसे आवेदनों पर हस्ताक्षर करने के लिए अधिकृत किया गया था, मगर बख्शी अब इससे पीछे हट रहे हैं.

कंपनी में साझेदार कनॉट प्लेस ऐंड रेस्टोरेंट्स लिमिटेड (सीपीआरएल) की बैठक में निदेशक मंडल से बाहर के किसी व्यक्ति को यह जिम्मेदारी सौंपने की कोशिश की गई, लेकिन ऐसल के सुझाए गए शख्स ने भी इनकार कर दिया. ऐसल ने कंपनी सचिव से कहा था कि वह लाइसेंसिग विभाग के प्रमुख या फिर संचालन विभाग के प्रमुख को यह जिम्मेदारी देने के लिए एक प्रस्ताव तैयार करे ताकि स्टोर फिर से खोले जा सकें. लेकिन सीपीआरएल के लाइसेंसिंग प्रमुख हरीश शर्मा ने इस पेशकश को ठुकरा दिया.

बख्शी ने उनसे संपर्क करने पर कहा, ‘यह सही है कि विदेशी नामित निदेशक लाइसेंस के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने को तैयार नहीं हैं, जबकि भारतीय निदेशक यह जिम्मेदारी उन्हें ही देना चाहते हैं. अब तक लाइसेंस पर मैं ही हस्ताक्षर करता था. विदेशी नामित निदेशक सीपीआरएल के एक कर्मचारी को यह जिम्मेदारी देना चाहते हैं.’