जिसके पास पार्किंग नहीं उसे अब कार नहीं, गूगल से पता चलेगी टॉयलेट की लोकेशन, मोदी सरकार का प्लान

नई दिल्ली: मोदी सरकार जल्द ही नई गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के लिए पार्किंग की जगह का प्रमाण मांगेगी . ऐसे में पार्किंग स्पेस प्रूफ दिखाने के बाद ही आप नई गाड़ी के मालिक बन पाएंगे. अगर ऐसा हुआ तो कैश से परेशान लोग बहुत जल्दी गाड़ियों के लिए भी परेशान हो जाएंगे क्योंकि ज्यादातर लोग सड़क पर ही कार पार्क करतेहैं.  दूसरा ये कि गाड़ियां लेने के लिए लोगों के पास पुरानी कार खरीदने का कोई रास्ता नहीं बचेगा और पुरानी गाड़ियों की बिक्री बढ़ जाएगी.

एक कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने ये बात कही. इस कार्यक्रम में नायडू ने स्वच्छ भारत अभियान को मजबूती देने के लिहाज से बिना टॉइलट के किसी भी नए निर्माण को मंजुरी नहीं मिलने की भी बात कही. वेंकैया ने कहा, ‘भविष्य में बिना टॉइलट के किसी भी भवन निर्माण को अनुमति नहीं दी जाएगी. पार्किंग स्पेस सर्टिफिकेट के बिना किसी भी कार या गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नहीं किया जाएगा.’

केंद्रीय शहरी विकास मंत्री ने कहा कि इस संबंध में उनके मंत्रालय और भूतल परिवहन मंत्रालय के बीच चर्चा भी हुई है. नायडू ने कहा, ‘मैं नितिन गडकरी के साथ चर्चा कर रहा हूं और राज्यों को भी इस मामले की जानकारी दी जा रही है. हम उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं जहां से इसे लागू किया जा सके.’

इससे पहले वेंकैया नायडू ने ‘गूगल टॉइलट लोकेटर’ लॉन्च किया. इसकी मदद से लोग दिल्ली-एनसीआर के अलावा इंदौर और भोपाल में जरूरत पड़ने पर टॉइलट सर्च कर सकेंगे. नायडू ने बताया कि गूगल के इस प्लेटफॉर्म पर 6200 से अधिक पब्लिक टॉइलट्स की लोकेशन उपलब्ध है. साथ ही शॉपिंग मॉल्स, अस्पताल, बस-ट्रेन स्टेशनों, पेट्रोल पंप और मेट्रो स्टेशनों पर इनकी उपलब्धता की भी जानकारी दी हुई है.