तीन साल बाद बेकार हो जाएंगे डेविट और क्रेडिट कार्ड, नई तैयारी में जुटी सरकार

नई दिल्ली: तीन साल बाद सारे कार्ड बंद हो जाएंगे. न तो क्रेडिट कार्ड चलेंगे न डेविट कार्ड. पीओएस यानी स्वाइप मशीन भी बीते दिन की बात हो जाएंगी. इन कार्डों का इस्तेमाल सिर्फ बच्चों के खेलने के लिए रह जाएगा.

कांत ने शनिवार को प्रवासी भारतीयों के सम्मेलन 2017 के एक सत्र को संबोधित करते हुए ये बात कही. सम्मेलन तीन दिन तक चलेगा.

नोटबंदी के बाद देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के बीच नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने शनिवार को कहा कि डेबिट और क्रेडिट कार्ड, एटीएम और पीओएस मशीनें सभी 2020 तक देश में बेमानी हो जाएंगी.

उन्होंने कहा, भारत आज भारी उठापटक के दौर से गुजर रहा है. इन क्षेत्रों में यहां काफी कुछ नई चीजें हो रहीं हैं. यही उठापटक भारत को काफी आगे ले जाएगी

उन्होंने कहा, ‘भारत में ये सभी चीजें बेकार हो जाएगी और भारत यह छलांग लगाएगा कि हर भारतीय यहां केवल अपना अंगूठा लगाकर तीस सैकेंड में लेनदेन करने लगेगा.’ युवा प्रवासी भारतीय दिवस को संबोधित करते हुए कांत ने कहा, हम इस समय देश में डिजिटल तरीकों से भुगतान को तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं और इसमें कई नए तरीकों के सामने आने से काफी उठापटक चल रही है.

उन्होंने कहा कि इस उठापटक के बीच भारत ने बायोमेट्रिक में काफी प्रगति की है. जिससे काफी सफलता मिलेगी. उन्होंने हाल में जारी ‘भीम’ एप और ‘आधार’ के जरिए होने वाली भुगतान प्रणाली का जिक्र किया.

उन्होंने कहा कि भारत में व्यापक तौर पर नकदी से चलने वाली अर्थव्यवस्था रही है. लेकिन अब यहां एक अरब के करीब मोबाइल ग्राहक हैं और इतने ही बायोमेट्रिक भी हैं.

उन्होंने कहा कि भारत को अनौपचारिक से औपचारिक अर्थव्यवस्था बनने की जरूरत है. अब तक यहां केवल दो से ढाई प्रतिशत लोग ही कर का भुगतान करते रहे हैं.