केजरीवाल ने दिया पंक्चर वाले के बेटे को टिकट,

पटियाला: आम आदमी पार्टी (आप) की छवि लगातार आम आदमी की पार्टी के तौर पर मजबूत ही हो रही है. पंजाब में भी पार्टी के सारे मुद्दे आम आदमी से जुड़े हैं और उम्मीदवार भी आम आदमी को ही बनाया जा रहा है. पंजाब में सबसे ज्यादा चर्चा पंक्चदर बनाने वाले के बेटे की है. नाभा सुरक्षित सीट से आप उम्मीदवार देव मान के पिता पिछले चालीस साल से साइकिल पंक्चर की दुकान चला रहे हैं. देव कहते हैं कि पुरानी साइकिल की तरह पंजाब को भी दुरुस्त करना है.
देव मान कहते हैं,”जैसे साइकल पंक्चर हो जाती है वैसे ही पंजाब की सियासत भी पंक्चर हो गई है. लोगों से सिर्फ़ वादे किए गए है किया कुछ भी नहीं गया. मुझे उम्मीद है कि केजरीवाल के साथ मिलकर हम पंजाब की सियासत को दुरुस्त कर देंगे.”. देव मान भारत से निराश होकर कनाडा चले गए थे और वहां रेडियो जॉकी की नौकरी करते थे. ये काम छोड़कर उन्होंने केजरीवाल की झाड़ू थाम ली है.
यूं तो सियासी पार्टियों ने बुज़ुर्गों के लिए ढाई हज़ार रुपये पेंशन, मुफ़्त तीर्थ दर्शन यात्रा जैसे कई वादे किए हैं लेकिन देव के पिता लाल सिंह को युवाओं की चिंता ज़्यादा है. वो कहते हैं,”नशा ख़त्म होना चाहिए. नशा ख़त्म होगा तो बच्चे् तगड़े होंगे. रोटी कमा सकेंगे और मुझे उम्मीद है कि आने वाली सरकार बच्चों को रोज़गार देगी.”
ये एक मसला ही नहीं है बल्कि पिछले पांच दिन के पंजाब दौरे में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल अपनी सभाओं में मतदाताओं के साथ भावनात्म्क तार जोड़ने की कोशिश में हैं. वो कहते हैं,”हम तो बहुत छोटे लोग हैं. पूरा पंजाब इकट्ठा हो रहा है. कुछ क़ुदरती करिश्मा हो रहा है. हमारे पास चुनाव लड़ने के पैसे नहीं है. हमारे पास बड़ी रैली के पैसे नहीं है फिर भी लोग आ रहे हैं.”
टिकट बंटवारें को लेकर आरोप झेलने वाली आम आदमी पार्टी की ये सोशल इंजीनियरिंग क्या पंजाब में दिल्ली जैसा गुल खिला पाएगी. ये उम्मीद काफ़ी कुछ देव मान जैसे उम्मीदवारों पर टिकी है.