पहली बार 100 के नोट पर छाया गुजरात, अब 500 से बड़ा नहीं होगा 100 का नोट

नई दिल्लीः लीजिए मिलिए अपने नये 100 रुपये के नोट से. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस 100 रुपए के नए नोट की छपाई शुरू कर दी है. आज इस नोट के नमूने की तस्वीर सामने आई है जिसमें इस नोट की छपाई की खासियतों दिख रही हैं. नए 100 रुपये के नोट जल्द चलन में आने के बाद पुराने 100 रुपये के नोट भी चलन में पहले की तरह बने रहेंगे. इस नोट में सारी खासियतों के साथ एक और खासियत है और वो ये कि नोट पर पहली बार गुजरात के स्मारक की तस्वीर छपी है.

इस नोट के पीछे की तरफ गुजरात की मशहूर रानी की वाव (बावड़ी) की तस्वीर बनी हुई है जो देश की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है. पहली बार देश में किसी नोट पर रानी की वाव को जगह दी गई है. गुजरात की वाव या बावडी वर्ल्ड हैरिटेज में शामिल है. ये नोट बैंगनी या लेवेंडर रंग में बना दिख रहा है.

नोट के आगे की तरफ महात्मा गांधी की तस्वीर बनी हुई है और नोट पर जियोमैट्रिक पैटर्न भी बने हुए हैं. नोट के एकदम बांयी तरफ नीले और लाल रंग में 100 रुपये बड़े अक्षरों में लिखा हुआ है. नोट के ऊपर की तरफ भारतीय रिजर्व बैंक और इसके पास एक सौ रुपये हिंदी में लिखा हुआ है.

भारतीय रिजर्व बैंक के नीचे नोट का नंबर नीचे से ऊपर बढ़ते क्रम में लिखा गया है.

नोट पर 100 रुपये अंकों और शब्दों में लिखा गया है.

महात्मा गांधी की तस्वीर के दांयी तरफ आरबीआई का कथन लिखा गया है.

आरबीआई के कथन के बाद नोट का धागा है जिसपर आरबीआई और भारत लिखा हुआ है. इस धागे को टेढ़ा करने पर इसका रंग नीला दिख रहा है.

नोट के एकदम दांयी तरफ वॉटरमार्क हैं.

नोट के एकदम दांयी तरफ अशोक स्तंभ और दृष्टिबाधित लोगों के लिए छूकर महसूस करने वाला संकेत अंकित हैं.

नोट के पीछे एकदम बांयी तरफ हिंदी में एक सौ रुपये देवनागरी लिपि में लिखा गया है.

इसके बाद वॉटरमार्क के पीछे के हिस्से में स्वच्छ भारत का लोगो है.

स्वच्छ भारत के लोगो के बाद भाषा पैनल है जिसपर 15 भाषाओं में 100 रुपये लिखा गया है.

इसके नीचे भारतीय रिजर्व बैंक लिखा है.

रानी की वाव की तस्वीर के नीचे छापने वाला वर्ष लिखा गया होगा.

100 रुपए के नए नोट की छपाई

बताया जा रहा है कि अगस्त के आखिर तक ये नोट बाजार में आ जाएगा. इस नोट की खासियत यह है कि ये होशंगाबाद के सिक्योरिटी पेपर मिल के स्वदेशी पेपर और स्याही पर छप रहा है. नए नोट के बारे में बीएनपी प्रबंधन कुछ भी बोल नहीं रहा है. इसी प्रेस में पांच सौ और दो हजार रूपए के नए नोट भी छापे गए थे.

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