मोदी के हाथ से निकलते जा रहे हैं हालात, राष्ट्रवाद ने युद्ध के मुहाने पर खड़ा किया, ग्लोबल टाइम्स का लेख

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी की सत्ता की लालसा में राष्ट्रवाद को बढ़ावा दिया. हालात ये हैं कि अब ये हिंदू वाली राष्ट्रवाद मोदी के हाथ से निकलता जा रहा है. हालात ये हैं कि वो चाहकर भी स्थिति को नियंत्रण करने की हालत में नहीं हैं. धीरे धीरे हालात उनके काबू से बाहर निकलते जा रहे हैं. ये विचार किसी और के नहीं बल्कि अखबार ग्लोबल टाइम्स के है.

ग्लोबल टाइम्स में ‘भारत में बढ़ता हिंदू राष्ट्रवाद’ शीर्षक से छपे लेख में यू निंग ने लिखा, ‘भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावों के दौरान हिंदू राष्ट्रवाद को ईंधन के रूप में इस्तेमाल किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव में देश में राष्ट्रवादी भावनाओं को हवा दी है. और अगर धार्मिक राष्ट्रवाद हद से ज्यादा बढ़ गया तो मोदी भी कुछ नहीं कर पाएंगे क्योंकि वह 2014 के सत्ता में आने के बाद मुस्लिमों के खिलाफ होने वाली हिंसा को रोकने में विफल रहे हैं. चीनी अखबार global times लिखता है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने के बाद हिंदू राष्ट्रवाद का लाभ उठाया है.’ लेख में आगे कहा गया कि राष्ट्रवाद भारत को चीन के खिलाफ बॉर्डर पर युद्ध की तरफ धकेल रहा है.

जबकि भारत ताकत के मामले में चीन से कमजोर है लेकिन बावजूद इसके नई दिल्ली के रणनीतिकारों और नेताओं ने भारत की चीन नीति को राष्ट्रवाद के हाथों में जाने से नहीं रोका. चीन भले ही भारत से कई बार भारत के सैनिकों को बॉर्डर से वापस बुलाने की अपील कर चुका है जबकि नई दिल्ली ने अपनी उत्तेजनाएं जारी रखी हैं.’

गौरतलब कि डोकलाम में सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन पिछले एक महीने से अधिक समय से आमने-सामने हैं. इस बीच तिब्बत में चीनी सैनिकों की तैनाती और भारी हथियारों को तैनात किए जाने की खबर आई थी, जिसे भारत ने सिरे से खारिज कर दिया है. कल ही समाजवादी पार्टी नेता और देश के पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में सरकार को नसीहत देते हुए कहा था कि चीन भारत के साथ युद्ध की तैयारी कर चुका है. उन्होंने कहा कि भारत को भी अब तिब्बत की आजादी का समर्थन करना शुरू कर देना चाहिए.