किम जोंग के सबसे ऊंचे मिसाइल से हिली दुनिया, घबड़ाया पश्चिम , अमेरिका जापान टेंशन में

संयुक्त राष्ट्र : छह परमाणु परीक्षणों के बाद उत्तर कोरिया ने बीते सितंबर में आख़िरी बार बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया. उन्होंने कहा, “यह ऊंचाई तक गया, सच कहूं तो पहले दागे गए सभी मिसाइलों से ज्यादा ऊंचाई पर गया. उत्तर कोरिया जो बैलिस्टिक मिसाइलें तैयार कर रहा है, उसका ख़तरा दुनिया में हर जगह है.”

दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी योनहैप ने कहा है कि मिसाइल प्योंगसांग से दागी गई. जापानी अधिकारियों ने बताया कि मिसाइल 50 मिनट तक हवा में रहा, ये जापान के ऊपर से नहीं गुजरा जैसा कि अतीत में कुछ मिसाइलें जापान के ऊपर से गुजरी थीं.

व्हाइट हाउस की तरफ़ से जारी एक बयान में कहा गया है, “जब मिसाइल हवा में था, तभी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को इस परीक्षण के बारे में बताया गया. इस मसले पर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने भी ट्रंप से बात की और उत्तर की लापरवाही भरे अभियान की कड़े शब्दों में निंदा की गई. दोनों नेताओं ने कहा कि उत्तर कोरिया का ताजा मिसाइल परीक्षण न केवल अमरीका बल्कि पूरी दुनिया के लिए ख़तरा है.”

दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका ने उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के विश्लेषण को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) से आपात बैठक बुलाने का आग्रह किया है. राजनयिक सूत्रों के मुताबिक, अभी इस बैठक की तारीख पर चर्चा हो रही है.

यह बैठक बुधवार को हो सकती है, जहां सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया पर प्रतिबंधों पर चर्चा के लिए पहले ही एक सत्र बुलाया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष सेबास्टियानो कार्डी ने संवाददाताओं को बताया कि यह एक अवसर हो सकता है.

जापान के प्रतिनिधि कोरो बेशो ने संयुक्त राष्ट्र के समक्ष उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण की निंदा की. बेशो ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में कहा, हमने इसकी सार्वजनिक तौर पर निंदा की है। हम कड़े शब्दों में इनकी गतिविधियों की निंदा करते हैं. सियोल प्रशासन के मुताबिक, उत्तर कोरिया ने बुधवार तड़के जापानी सागर में बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया. जापान सरकार का कहना है कि मिसाइल ने लगभग 50 मिनट का सफर तय किया है और यह उनके विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) की जलसीमा में गिरी हो सकती है.