केजरीवाल का मेगा प्लान, दिल्ली से मिटेगा जाम का नामोनिशान !

नई दिल्ली: दिल्ली जैसे शहर को जाम से मुक्त कर देना कोई छोटा काम नहीं . अक्सर नेता इसके बारे में सोचने से पहले ही हार मान लेते हैं. लेकिन केजरीवाल दिल्ली के दिल पर अपना ठप्पा लगाने का इरादा रखते हैं. दिल्ली को जाम से पचाने के लिए पहले केजरीवाल ऑड ईवन लेकर आए अब दूसरी पारी खेलने का मौका है.

केजरी वाल ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी से कहा है कि वो दिल्ली में जाम के सही सही कारणों का पता लगाएं. उन्होंने कहा कि उन सभी जगहों की रिपोर्ट दी जाए जहां जाम लगता है. इसके साथ ही जाम के कारण भी बताए जाएं. केजरीवाल ने मुख्यसचिव से कहा कि उन्हें फुल डिटेल चाहिए और इसके बाद वो बताएंगे कि दिल्ली कैसे समूद नहीं होती.

केजरीवाल ने कहा कि न तो कोई बहाना चलेगा न देरी सरकार को 15 दिन के भीतर रिपोर्ट चाहिए. केजरीवाल का कहना है कि इस रिपोर्ट से पता चल सकेगा कि कहां बनावट में खोट है और कहां संकरापन.

इतना ही नहीं मुख्य सचिव को ये भी कहा गया कि वो खुद भी सुझाव दें और ट्रेफिक पुलिस से भी बात करें. 2016 में दिल्ली के तत्कालीन ट्रांसपोर्ट मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी राजधानी की कई सड़कों की बनावट पर सवाल उठाते हुए उनको री डिजाइन करने का प्रस्ताव दिया था. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू में 10 इलाकों को चुना गया था जहां पुरे सड़के की री डिजाइन होनी थी.

सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी में ज्यादातर जाम लगने की समस्या सड़कों की गलत डिजाइन है और अब इन्हीं से निपटकर केजरीवाल सरकार दिल्ली में ट्रैफिक जाम की समस्या को खत्म करने की तैयारी कर रही है. सरकार के सूत्रों की माने तो मुख्य सचिव की रिपोर्ट के बाद सरकार सभी विभागों के साथ बैठक कर के सड़कों के री डिजाइन के मेगा प्रोजेक्ट की तैयारी करेगी.

वही उत्तरी दिल्ली को दक्षिण दिल्ली से जुड़ने के लिए नॉर्थ साउथ कॉरिडोर के प्रोजेक्ट पर भी उपराज्यपाल ने सहमति दे दी है, जिसे यूटीपैक की अगली बैठक में चर्चा के लिए लाया जाएगा. सरकार के मुताबिक यह कॉरिडोर साढ़े तीन साल में बनकर तैयार हो जाएगा. 6 लेन के इस कारिडोर के बनने के बाद वजीराबाद से एयरपोर्ट मात्र 30 मिनट में पहुंचा जा सकेगा. लगभग 29 किलोमीटर केस लंबे कॉरिडोर पर हाई स्पीड बस में चलाना भी संभव होगा और वजीराबाद से एयरपोर्ट की दूरी महज 20 मिनट में तय की जा सकेगी.