हमेशा के लिए बंद हो सकता है वाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर ये है वजह

नई दिल्ली :  अगर बात आगे बढ़ी तो हो सकता है कि फेसबुक मेसेंजर, वाट्सएप और इंस्टाग्राम हमेशा के लिए बंद हो जाए. इन कंपनियों पर चोरी का आरपो लगा है. आरोप लगाने वाला कोई और नहीं बल्कि कनाडा की टेक्नोलॉजी कंपनी ब्लैकबेरी है. ब्लैकबेरी का कहना है कि इन तीनों मैसेजिंग एप्स के ज़रिए पेटेंट का उल्लंघन हुआ है.

ब्लैकबेरी ने आरोप लगाया है कि उसके पुराने ब्लैकबेरी मैसेंजर की तकनीक और फीचर्स को कॉपी किया गया है. ब्लैकबेरी कंपनी ने लॉस एंजेलिस फेडरल कोर्ट में पेटेंट के उल्लंघन का मामला दर्ज करा दिया है. जाहिर बात है आरोप गंभीर है और ये आरोप साबित हो जाते हैं तो इन तीनों मैसेजिंग सेवाओं पर पूर्ण विराम भी लग सकता है.

 

ये है ब्लैकबेरी का आरोप- कंपनी ने अपने एक बयान में दावा किया, ‘फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम ने ब्लैकबेरी के इनोवेशन और तकनीक को कॉपी करके मोबाइल मैसेजिंग एप बनाई है. इन सभी ने हमारे कई सारे इनोवेटिव सिक्योरिटी फीचर, यूजर इंटरफेस और फंक्शनालिटी एनहैंसिंग जैसे फीचर्स को कॉपी किया है. साथ ही गौर करने वाली बात यह है कि फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम ने मोबाइल मैसेजिंग की दुनिया में देरी से कदम रखा था.’

ब्लैकबेरी ने मामला दर्ज कराकर इनपर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. कंपनी ने बताया, “फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम ने ब्लैकबैरी के बौद्धिक संपद्दा अधिकार (आईपीआर) का उल्लंघन किया है. साथ ही कहा है कि हमारा शेयरधारकों के लिए दायित्व बनता है कि हम इन पर कानूनी कार्रवाई करें.”

ब्लैकबेरी ने दी व्हॉट्सएप को बैन कराने की धमकी- ब्लैकबेरी चाहता है कि फेसबुक अपने प्राइमरी एप को बंद कर दे. इसके अलावा कंपनी ये भी चाहती है कि फेसबुक अपने फेसबुक मैसेंजर, वर्कप्लेस चैट, व्हॉट्सएप और इंस्टाग्राम को भी बंद कर दे.

 

ब्लैकबेरी के इस फीचर को व्हॉट्सएप ने किया है कॉपी!- ब्लैकबेरी के आरोप के मुताबिक फेसबुक स्वामित्व वाले एप ने मल्टीपल इनकमिंग मैसेज, अनरीड मैसेज इंडीकेटर, सेलेक्टिंग फोटो टैग समेत और 5 चीजें कॉपी की हैं.

 

फेसबुक भी है जंग के लिए तैयार- ब्लैकबेरी के आरोप के बदले फेसबुक ने साफ कर दिया है कि वो कानूनी जंग के लिए तैयार है और वो किसी भी तरह से पीछे हटने वाला नहीं है.

ब्लैकबेरी को फेसबुक का जवाब- फेसबुक के जनरल काउंसिल पॉल ग्रेवाल ने कहा, “ब्लैकबेरी की ओर से दर्ज कराया गया मामला कंपनी के मौजूदा मैसेजिंग बिजनेस की स्थिति को दर्शाता है. कंपनी इनोवेशन के मोर्चे पर विफल होने के बाद अब दूसरों की इनोवेशन पर सवाल खड़े कर रही है. हम इसके खिलाफ लड़ेंगे.”

 

पहले भी केस जीत चुका है ब्लैकबेरी

साल 2017 में ब्लैकबेरी ने नोकिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, कंपनी के मुताबिक नोकिया ने उसके कई आविष्कारों का इस्तेमाल बिना उसकी इजाजत के अपने प्रोडक्ट्स में किया. ब्लैकबेरी को पिछले साल क्वालकॉम के खिलाफ दायर एक मुकदमें में भी जीत मिली थी, इसके बाद क्वालकॉम ने विवाद को खत्म करने के लिए 940 मिलियन डॉलर ब्लैकबेरी को दिया था.