रोज़गार के फ्रंट पर एक और बुरी खबर, औद्योगिक उत्पादन गिरा

नई दिल्ली : अचरज की बात है ना कि सारे आर्थिक इंडीकेटर गिर रहे हैं और देश की जीडीपी आसमान पर है. अब चालू वित्त वर्ष के अक्टूबर महीने आईआईपी के आंकड़ों में भी गिरावट देखने को मिली है. अक्टूबर महीने में आईआईपी ग्रोथ 2.2 फीसद रही है. यह सितंबर महीने में 3.8 फीसद के स्तर पर रही थी. मासिक आधार पर बात की जाए तो अक्टूबर महीने में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में गिरावट दर्ज की गई है. अक्टूबर में यह 2.5 फीसद के स्तर पर रही है जबकि सितंबर महीने में यह 3.4 फीसद रही थी.

औद्योगिक उत्पादन कम हो रहा है और बिजली की खपत बढ़ रही है. ये एक और अजूबा है. इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन की बात करें तो इसमें बढ़ोतरी दर्ज की गई है. सितंबर महीने के 3.4 फीसद के स्तर की तुलना में अक्टूबर महीने में यह 3.8 फीसद रही है. माइनिंग के आउटपुट में भारी गिरावट दर्ज की गई है. अक्टूबर महीने में यह 0.2 फीसद रही है जबकि सितंबर महीने में यह 7.9 फीसद के स्तर पर रही थी.

वहीं, कैपिटल गुड्स प्रोडक्शन अक्टूबर महीने में 6.8 फीसद के स्तर पर रही है जो कि सितंबर महीने में 7.4 फीसद रही थी. कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की बात करें तो यह अक्टूबर में (-)6.9 फीसद रही है. जबकि सितंबर महीने में यह (-)4.8 फीसद के स्तर पर रहा था. कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल्स की बात करें तो इसका अक्टूबर में आउटपुट घटकर 7.7 फीसद रहा है जो कि सितंबर महीने में 10 फीसद रहा था.

प्राइमरी गुड्स की बात करें को इसमें भी कमजोरी दर्ज की गई है. अक्टूबर में यह 2.5 फीसद रही है जो कि सितंबर महीने में 6.6 फीसद रही थी. इंटरमीडिएट गुड्स का आउटपुट अक्टूबर में 0.2 फीसद रहा है जो कि सितंबर में 1.9 फीसद रहा था.