पेट्रोल डीजल पर सरकार का नया नियम, रेट ढूंढते रह जाओगे

आपकी सरकार है आपका हुकुम है तो इसका मतलब ये तो नहीं हुआ कि जो चाहे करोगे. पहले पेट्रोल के दाम बढ़ते थे तो सरकार की बदनामी न हो इसलिए रोज़ रोज़ दाम बढ़ाए जाने लगे. कहा गया कि दाम चेक करके पेट्रोल भरवाएं. फिर अलग अलग तेल कंपनियों ने अपने हिसाब से दाम रखने शुरू कर दिए. उसके बाद अब सरकार ने कहा है कि हम दाम ही नहीं बताएंगे. यानी जिसे जहां जितने का पेट्रोल मिले चुपचाप खरीद ले.

आप भले ही लाचार महसूस करें लेकिन भारत सरकार की तेल कंपनियों की वेबसाइट पर जाते हैं तो फिर अब निराशा हाथ लगेगी. तेल कंपनियों ने अब अपनी वेबसाइट पर दाम के बारे में जानकारी को देना बंद कर दिया है.

देश की सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल ने अपनी वेबसाइट पर इस सुविधा को बंद कर दिया है. कंपनी की वेबसाइट पर केवल आपको पिछले दिन की कीमत के बारे में जानकारी मिलेगी. इंडियन ऑयल लोगों से आग्रह कर रही है कि पेट्रोल डीजल के रोजाना कीमत जानने के लिए वो तीन तरीकों का इस्तेमाल करके जान सकते हैं.

कंपनी ने जो तीन तरीके दिए हैं उनमें पहला वेबसाइट पर एरिया के हिसाब से, दूसरा मोबाइल एप के जरिए और तीसरा एसएमएस पर कोड भेजकर के करके कीमत का पता लगा सकते हैं.

इससे लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत एक ही जगह पर चार महानगरों में पेट्रोल-डीजल की कीमत नहीं मिलेगी. इसके साथ ही एनसीआर के अन्य शहरों में इसकी क्या कीमत है वो भी नहीं पता चलेगी.

अब सुनिए जिस दिन ये सुविधा बंद करने की खबर आई उस दिन तेल के दाम का क्या हाल था. पेट्रोल की क़ीमत में प्रति लीटर 14 पैसे का इज़ाफ़ा हुआ है. वहीं डीज़ल प्रति लीटर 15 पैसे महंगा हुआ है. दिल्ली में पेट्रोल 78.05 रु और डीज़ल 69.61 रु प्रति लीटर बिका.

इस दिन डीजल इतिहास के अब तक के सबसे महंगे स्तर पर था. भारतीय तेल निगम की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में डीजल की कीमत 69.61 रुपये प्रति लीटर हो गई है जबकि सोमवार को यह 69.46 रुपये प्रति लीटर था. वहीं रविवार को डीजल की कीमत 69.32 रुपये थी.

डीजल की कीमतें बढ़ने से महंगाई बढ़ सकती है, क्योंकि ढुलाई के काम में डीजल का ही इस्तेमाल किया जाता है्.

Leave a Reply