एक भी ऐसा iphone नहीं जो हैक नहीं हो सकता. पढ़िए कैसे हो रहा है हैक

नई दिल्ली :  इजराइल की फॉरेंसिक फर्म कैलिब्रेट ने मार्केट के लगभग सभी iPhone मॉडल को अनलॉक करने का तरीका ढूंढ निकाला है. इनमें ऐपल का लेटेस्ट iPhone X भी शामिल है.

गौरतलब है कि Cellebrite अमेरिकी जांच एजेंसी के लिए मुख्य सिक्योरिटी कॉन्ट्रैक्टर के तौर पर काम करती है . फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस फर्म का दावा है कि एक नया हैकिंग टूल तैयार कर लिया गया है जो iOS 11 और इससे पुराने वर्जन पर चलने वाले iPhone को हैक कर सकता है.

इस फर्म के मुताबिक कंपनी ने एडवांस्ड अनलॉकिंग एंड एक्स्ट्रैक्शन सर्विस तैयार की है जो iOS 11 पर चल रहे Apple iPhone, iPa Mini, iPad Pro और iPod touch की सिक्योरिटी तोड़ सकती है. हालांकि यह साफ नहीं है कि iOS 11 के किस खास वर्जन को कंपनी ने हैक किया है.

Cellebrite जैसी कंपनियां लगातार ऐपल की सिक्योरिटी की कमियां निकालती रहती हैं. कंपनी के पैच जारी करने से पहले ही ये नयी कमी निकाल लेती हैं. फिलहाल इस रिपोर्ट पर न तो ऐपल की तरफ से कोई बयान आया है और न ही इस सिक्योरिटी फर्म ने मीडिया में कोई स्टेटमेंट जारी किया है.

अब सवाल उठता है कि आप अपने फोन की सिक्योरिटी के लिए क्या कर सकते हैं. आपके लिए सलाह यही है कि जैसे ही iOS  का कोई नया पैच आए उसे तुरंत अपडेट करते रहना चाहिए.

इस मामले में एक किस्सा बेहद रोचक है. इस किस्से से आप इन कंपनियों की ताकत का पता लगा सकते हैं. iPhone को अनलॉक करने के लिए 2016 में अमेरिका की सबसे बड़ी पड़ताल करने वाली इनवेस्टीगेटिंग संस्था FBI और ऐपल में एक तरह की जंग हो गई. ऐपल ने सैन बर्नाडिनो के शूटर का iPhone 5C अनलॉक करने से मना कर दिया था. लेकिन इसके बावजूद आईफोन को हैक कर लिया गया. एफबीआई ने एक सिक्योरिटी एजेंसी को मोटी रकम दी और उसने इसे अनलॉक कर दिया. इससे पता चलता है कि एपल कितना मुस्तैद है कि सबसे बड़ी सरकारी एजेंसी को भी जानकारी  मुहैया नहीं कराता.