मां की शवयात्रा निकालने पर दलित की पिटाई, कहा ये रास्ता सवर्णों के लिए है

नई दिल्ली:  एक तरफ दिल्ली में मजनू युग की तर्ज पर प्यार पर जनलेवा हमले हो रहे हैं. आशिकों को गले रेते जा रहे हैं तो दूसरी तरफ जातिवाद की पराकाष्ठा देखने को मिल रही है. गांधी जी के राज्य गुजरात से आयी ताज़ी खबर दिल दहला देने वाली है. यहां के पंचमहल जिले में ऊंची जाति के लोगों पर आरोप है कि उन्होंने एक मृत दलित महिला की शवयात्रा को रोका और उसके बेटे के साथ मारपीट की. पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. यह शिकायत मृतक महिला के 33 वर्षीय बेटे दिनेश सोलंकी ने दर्ज कराई है.

यह मामला पिंगली गांव का है. शनिवार को ऊंची जाती के लोगों ने पारंपरिक रूट से जा रही शव यात्रा को रोका जिसके कारण दोनों पक्षों के बीच बहसबाजी हुई और आरोपियों ने मृतक महिला के बेटे की पिटाई कर दी.

दिनेश सोलंकी द्वारा कालोल पुलिस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, दिनेश की मां गंगा का हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया था. शनिवार की सुबह गंगा के परिजन उसके शव को लेकर दरबार समुदाय के प्रभुत्व वाले इलाके से गुजर रहे थे कि तभी ऊंची जाति के कुछ लोगों ने उनका रास्ता रोक दिया. उन्होंने शव यात्रा को वहां से निकलने नहीं दिया. इसे लेकर दोनों पक्षों के बीच बहसबाजी हुई और ऊंची जाति के लोगों ने दिनेश की पिटाई कर दी, जिसके बाद इसकी शिकायत पुलिस से की गई.

इस मामले पर बात करते हुए पंचमहल के एसपी आरवी चुड़ासमा ने कहा “हमें शिकायत मिली थी कि दलितों को उनके पारंपरिक रूट से शव यात्रा को निकलने नहीं दिया गया. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और पुलिस की मौजदगी में मृतक महिला का अंतिम संस्कार कराया गया. इस मामले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और आईपीसी के प्रावधानों के तहत 12 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. मामले की पूरी जांच की जा रही है. इतना ही नहीं पीड़ित दिनेश सोलंकी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसके घर पर पुलिस की तैनाती की गई है.”

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