सेंसर को सबक सिखाने के लिए उसने ब्रा उतार दी, बार-बार देखो पर विवाद

नई दिल्ली: सबक सिखाने के अपने अपने तरीके हैं और अगर भारत में आपको किसी का विरोध करना हो तो तरीके और भी फर्क हो जाते हैं.  ऐसा करने से आप खबरों में आते हैं और सबको पता चल जाता है कि आपकी शिकायत क्या है. बीजेपी की सरकार आते ही अचानक संस्कारवादी बन गए फिल्म सेंसर बोर्ड को सबक सिखाने के लिए प्रिया मलिक ने ब्रा उतार दी . जी बात बॉलीवुड की आने वाली फिल्म ‘बार बार देखो’ के लेकर छिड़े विवाद की है , फिल्म में में ब्रा के सीन पर विवाद खड़ा हो गया. सेंसर बोर्ड ने फिल्म के ब्रा वाले सीन को लेकर आपत्ति जताई है और फिल्मकार से सीन हटाने को कहा.

इस फिल्म में पहली बार सिद्धार्थ मल्होत्रा और कैटरीना कैफ कैफ की जोड़ी पर्दे पर दिखने वाली है. सूत्रों के मुताबिक फिल्म में ब्रा वाला सीन सेंसर बोर्ड को पसंद नहीं आया है और बोर्ड ने इस सीन पर कैंची चला दी है.

फिल्म से ब्रा के सीन को हटाए जाने के बाद एक्स बिग-बॉस कंटेस्टेंट प्रिया मलिक ने सेंसर बोर्ड पर हमला बोल दिया है. इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर पोस्ट करते हुए प्रिया ने लिखा, ‘क्योंकि दिखने वाला ब्रा पहनना अभद्र होगा.’ प्रिया ने अपने इस पोस्ट में #FreeTheNipple भी लिखा है.

वहीं कल प्रिया ने इंस्टा पर एक तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, सेंसर बोर्ड चाहता है कि कटरीना ने जिस सीन में ब्रा पहन रखा है उसे हटा दिया जाए. जाहिर तौर पर हमारा इनर-वियर संस्कारी नहीं है इसलिए फिल्म से इसे हटा दिया गया.

वहीं फिल्म वेबसाइट missmalini.com  के मुताबिक प्रिया मलिक ने कहा, ”कल फिल्म से ब्रा सीन हटा दिया गया. उज्जैन के एक मंदिर में लड़कियों से कहा गया है कि मंदिर में जींस पहन कर ना आएं और संस्कृति और पर्यटन मंत्री का सुझाव है कि विदेशी महिला भारत में स्कर्ट ना पहनें.”

प्रिया ने आगे कहा, ‘हैल्लो 2016! वे लोग जिनको मेरी ब्रा देखकर प्रॉब्लम है उनके सामने अगर मैं बिना ब्रा के भी जाउंगी तो उन्हें परेशानी होगी. यह समाज आपके लिए है. मेरा शरीर, मेरी पसंद.’

वैसे सूत्रों की माने तो फिल्म में कीसिंग सीन भी है जिसका शायद सेंसर बोर्ड ने ख्याल रखा है. कैटरीना कैफ औऱ सिद्धार्थ मल्होत्रा की ये फिल्म एक रोमांटिक फिल्म है जो 9 सितंबर को रिलीज हो रही है. फिल्म के प्रोमो के मुताबिक ये कहानी जय वर्मा और दीया की है.

सेंसर बोर्ड के इस फैसले पर फिल्मकार नित्या मेहरा ने सवाल उठाए हैं. नित्या ने 20 साल पहले आई फिल्म डीडीएलजे का हवाला देते हुए पूछा है कि उसमें भी तो ब्रा वाला सीन था लेकिन उस पर कट नहीं लगा. कई और फिल्मों का भी फिल्म से जुड़े लोग हवाला दे रहे हैं. लेकिन संस्कारी सेंसर बोर्ड पुराने पन्ने को पलटने को तैयार नहीं है.

इससे पहले भी पहलाज निहलानी की अगुवाई वाला सेंसर बोर्ड ‘उड़ता पंजाब’, ‘अलीगढ़’ जैसी फिल्मों पर कैंची चला चुका है. अब ‘बार बार देखो’ में उस तरह के सीन हटा दिये हैं जो कि पहले की फिल्मों में धड़ल्ले से दिखाई जाती रही है.