पंप पर पेट्रोल डलवाते समय रहें एलर्ट, हो सकती है ये चीटिंग

गाजियाबाद: आप अपनी आंखों के सामने पेट्रोल डलवाएं और आपके टैंक में कुछ भी न जाए तो आप क्या कहेंगे. अगर ये हेराफेरी है तो ऐसी हेराफेरी वैशाली सैक्टर-3 के पेट्रोल पंप पर हुई. यहां इंडियन ऑइल के पेट्रोल पंप पर योगेश भाटी ने 221 रुपये का पेट्रोल डलवाया. 300 मीटर की दूरी पर जाते ही उनकी बाइक बंद हो गई और फ्यूल मीटर जीरो पर था. वह पंप पर लौटे और बाइक की टंकी से पेट्रोल निकलवाना चाहा. टंकी से पेट्रोल की चंद बूंदें ही टपकीं. योगेश ने पेट्रोल पंप कर्मियों से विरोध जताया. पंप कर्मियों ने उन्हें पांच हजार रुपये और टंकी फुल करने का लालच देते हुए चुप रहने को कहा.
योगेश ने शिकायत व सुझाव पुस्तिका पर शिकायत दर्ज की. फिर उन्होंने 100 नंबर पर फोन करके पुलिस को बुलाया. योगेश का आरोप है कि पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने और ऐक्शन लेने की बजाय उन पर समझौते का दबाव बनाने लगी. उन्होंने पूरे मामले का विडियो बनाकर पुलिस को सौंपा है. एचएचओ इंदिरापुरम प्रदीप कुमार त्रिपाठी का कहना है कि पीड़ित की शिकायत पर पुलिस जांच कर रही है.
अगर आपको ऐसा लगे तो ये हैं रास्ते
किसी भी पेट्रोल कंपनी के ग्राहक कहीं से भी टोल-फ्री नंबर 155233 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं. यह नंबर सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक काम करता है. फिर भी बात न बने या आप तेल कंपनी की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं, तो पेट्रोलियम मंत्री या सचिव, भारत सरकार को लिखें-
जन शिकायत, पेट्रोलियम मंत्रालय, जी-18, शास्त्री भवन, नई दिल्ली-110001 pgportal. gov. in
तेल कंपनी ने की कार्रवाई
इंडियन ऑइल के मैनेजर विवेक कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद आरोपी को पंप से हटा दिया गया है, ग्राहक के नुकसान की भरपाई की गई है. कर्मचारी की गलती से ही ग्राहक को कम तेल दिया गया था. पंप पर क्या कार्रवाई होगी, इस पर उन्होंने कहा कि इंडियन ऑइल का सारा सिस्टम कंप्यूटराइज्ड है.
जितना तेल हम पेट्रोल पंप को देते हैं, सप्लाई करने के बाद भी उसका मिलान किया जाता है. इसमें कोई गड़बड़ी नहीं हो सकती. कर्मचारी मीटर को जीरो-जीरो करना भूल गया होगा. उधर, बाट माप विभाग ने कहा है कि उसके पास शिकायत नहीं आई है, पर अचानक नमूने भरे जाएंगे.