आम जनता पर हर तरफ से संकट ही संकट है । सरकार जनहितों को समझ नही रही है । और जनता सरकार की चाल नही समझ रही । परिवार का भरण पोषण मुश्किल हो गया है । आम जनता के हाथ मे आने वाला पैसा शून्य हो गया है , और जनता के हाथ से जाने वाला पैसा तीनगुना हो गया है ।
आम जनता पर हर तरफ से संकट ही संकट है ।
सरकार जनहितों को समझ नही रही है ।
और जनता सरकार की चाल नही समझ रही ।
परिवार का भरण पोषण मुश्किल हो गया है ।
आम जनता के हाथ मे आने वाला पैसा शून्य हो गया है , और जनता के हाथ से जाने वाला पैसा तीनगुना हो गया है ।