योगी के सेक्रेटरी का भंडाफोड़ करने वाला गिरफ्तार, न खाऊंगा न खाने दूंगा

लखनऊ : उस व्यापारी को हिरासत में लिया गया है जिसने योगी आदित्यनाथ के प्रिंसिपल सेक्रेटरी यानी प्रधान सचिनव के खिलाफ करप्शन की शिकायत की थी. ये योगी सरकार का करप्शन पर अजब रवैया है कि जिसने शिकायत की वो ही जेल में हैं. उधर शिकायतकर्ता व्यापारी अभिषेक गुप्ता को हिरासत में लिए जाने के बाद अभिषेक का परिवार मुख्यमंत्री आवास पहुंच गया है. अभिषेक के परिजनों का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की सजा दी जा रही है.

हमने आपको खबर दी थी कि इस मामले में सिर्फ शिकायत ही नहीं थी बल्कि राज्यपाल राम नाइक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बाकायदा पत्रभी लिखा था. चिट्ठी में लिखा था कि प्रमुख सचिव (मुख्यमंत्री) शशि प्रकाश गोयल पर लगे धन उगाही के आरोपों की जांच कराई जाए. यह पहली बार हुआ है जब योगी सरकार में भ्रष्टाचार के सीधे आरोप मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पर लगे हैं.

इस गंभीर आरोप पर राज्यपाल ने कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 30 अप्रैल को पत्र भेजा था. पत्र में राज्यपाल की तरफ से कहा गया है कि लखनऊ के इंदिरानगर में रहने वाले अभिषेक गुप्ता ने 18 अप्रैल को ई-मेल भेजकर बताया कि उसके द्वारा हरदोई के संडीला में रैसो गांव में एस्सार ऑयल लि. द्वारा स्वीकृत पेट्रोल पंप लगाया जाना है. पेट्रोल पंप के मुख्य मार्ग की चौड़ाई कम होने के कारण आवश्यक जमीन उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने प्रत्यावेदन दिया है जो प्रमुख सचिव, मुख्यमंत्री एसपी गोयल के स्तर पर लंबित है.
राज्यपाल के पत्र के मुताबिक अभिषेक गुप्ता का आरोप है कि पेट्रोल पंप के मुख्य मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने के लिए भूमि उपलब्ध करवाए जाने के लिए प्रमुख सचिव एसपी गोयल की तरफ से 25 लाख रुपए की मांग की जा रही है तथा उक्त राशि रिश्वत में न दिए जाने के कारण प्रमुख सचिव उसके प्रत्यावेदन पर निर्णय नहीं ले रहे हैं. इस कारण पैट्रोल पंप की स्थापना नहीं हो पा रही है.

सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल राम नाइक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ये चिट्ठी 30 अप्रैल 2018 को लिखी थी. एक माह से अधिक बीत जाने के बाद भी मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने के बाद व्यवसायी अभिषेक गुप्ता ने इस चिट्ठी को सोशल मीडिया में वायरल कर दिया.

अभिषेक गुप्ता का आरोप है कि सड़क की चौड़ाई बढ़ाने के लिए भूमि उपलब्ध कराए जाने के मामले में प्रमुख सचिव शशि प्रकाश गोयल 25 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं. व्यवसायी द्वारा पैसे नहीं देने पर उसके आवेदन पर फैसला नहीं लिया जा रहा.

राज्यपाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अभिषेक गुप्ता का पत्र भेजते हुए मामले पर उचित कारवाई करने को कहा पर हो गया उल्टा. योगी सरकार ने अपने अफसर पर भ्रष्ट्राचार का गंभीर आरोप, स्वयं राज्यपाल द्वारा संज्ञान मे लाने के बावजूद गजब कार्यवाही, करते हुये शिकायत कर्ता व्यवसायी को ही गिरफ्तार कर लिया है. अभिषेक गुप्ता को हिरासत में लिए जाने के बाद अभिषेक का परिवार मुख्यमंत्री आवास पहुंच गया है.

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