Live:आज से फिर शुरू हुआ लोकसभा का सत्र, प्रधानमंत्री मोदी दे सकते हैं बयान, यहां अपने मोबाइल पर देखें कार्यवाही लाइव

नई दिल्ली: इस बात की पूरी संभावना है कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद में बयान दें. इन खबरों के पीछे बीजेपी की जबरदस्त तैयारियों को माना जा रहा है. पार्टी ने अपने सदस्यों को व्हिप जारी किया है कि वो हर हाल में संसद में मौजूद रहें. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन पहुंच गए हैं. Knockingnews.com पर संसद के पूरे प्रसारण की लिंक मौजूद है .आप चाहें तो कार्रवाई अपने मोबाइल पर भी देख सकते हैं.
संसद का शीतकालीन सत्र नोटबंदी और प्रधानमंत्री के बयान को लेकर हंगामे के बीच अंतिम दिनों में पहुंच गया है. सत्र के आखिरी तीन दिनों के लिए सरकार और विपक्ष ने अपनी-अपनी रणनीति बनाई है. संसद का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर तक चलेगा. केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने कहा कि संसद की कार्यवाही के आखिरी तीन दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे. इस बीच विपक्षी दलों ने बैठक कर संसद में अपनी रणनीति को लेकर चर्चा की.
बीजेपी-कांग्रेस ने व्हिप जारी किया
संसद के आखिरी तीन दिनों के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने अपने-अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है. सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के लिए अगले तीन दिनों के लिए यह व्हिप है. सरकार के रुख को देखते हुए कांग्रेस ने भी राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों के लिए अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है.

विपक्षी नेताओं की हुई बैठक
संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले संसद परिसर में विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हुई. संसद में विपक्षी दलों ने अपनी रणनीति को लेकर इस बैठक में चर्चा की.

नोटबंदी को लेकर गतिरोध जारी
चार दिन के अवकाश के बाद संसद में फिर हंगामा मच सकता है. सदन के बाहर भी नोटबंदी के मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच शीतयुद्ध जारी है. जहां एक सभा में पीएम मोदी कहा चुके हैं कि उन्हें विपक्ष सदन में अपनी बात नहीं रखने दे रहा वहीं कांग्रेस उपाध्यतक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि पीएम को सदन में आकर सांसदों के सवाल का जवाब देना चाहिए. बाहर सभाओं में जवाब देने से कुछ नहीं होगा.
पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ा
संसद का सत्र शुरू होने के बाद से ही विपक्ष मांग कर रहा है कि पीएम मोदी नोटबंदी को लेकर संसद में बयान दें. संसद का शीतकालीन सत्र 16 नवंबर को शुरू हुआ था. इसके बाद से नोटबंदी के मुद्दे पर लगातार गतिरोध जारी है. सरकार का कहना है कि वे नोटबंदी पर चर्चा के लिए तैयार हैं और विपक्ष ही गोलपोस्ट बदल रहा है.