दो लोगों ने दिल्ली विधानसभा में पर्चे फेंके, 1 महीने की सज़ा

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र शुरू होते ही  विचित्र हालात बन गए. यहां दर्शक दीर्घा में बैठे कुछ लोगों ने अचानक सदन में पर्चे फेंके. इससे सदन में हंगामा मच गया. इसके चलते 30 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही रोक दी गई है. बताया जा रहा है कि इन लोगों ने मांग की है कि सत्येंद्र जैन को मंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया जाए. इसके बाद विधान सभा में प्रस्ताव पारित करके इन दोनों लोगों को एक महीने की जेल की सज़ा सुनाई गई.

वहीं, सबसे ज्यादा नजर दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा पर रहेगी, जिन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घोटालों को सदन में खुलासा करने के लिए विस अध्यक्ष से इजाजत मांगी है.

वहीं, माना जा रहा है कि दिल्ली में PWD और नगर निगम के नालों की सफाई को लेकर विधानसभा की पिटीशन कमिटी की रिपोर्ट बुधवार को सदन में पेश की जाएगी.

पिटीशन कमेटी का चेयरमैन विधायक सौरव भारद्वाज हैं. इसके अलावा दिल्ली में होने वाली नौ हजार गेस्ट टीचर्स की भर्ती पर दिल्ली के टीचर्स को वरीयता दी जाने पर चर्चा की होनी है. सत्र में नियम 280 के तहत विधायक अपनी समस्याएं सदन के सामने रखेंगे.

राजधानी में भूमिहीन परिवारों को दिए गए प्लॉट का मालिकाना हक देने की मांग पर चर्चा की जाएगी. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी द्वारा 1970 के दशक के अंत के दौरान शुरू किए गए 20 सूत्रीय कार्यक्रम के तहत दिल्ली सहित देशभर में विधवाओं, सैनिकों एवं अन्य श्रेणियों के तहत आने वाले गरीबों को प्लॉट दिए गए थे.

दिल्ली विस के अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने बताया कि अन्य राज्यों में इस योजना के तहत दिए गए प्लॉटों का मालिकाना हक संबंधित परिवारों को दिया जा चुका है, लेकिन दिल्ली में ऐसा नहीं हो सका है. सदन की जो राय बनेगी, उससे एलजी को अवगत कराया जाएगा.

सदन में विस की याचिका समिति लोक निर्माण विभाग के कामों पर रिपोर्ट पेश करेगी. इसमें नालों की सफाई एवं जलभराव को लेकर अभी तक किए गए कामों का ब्योरा एवं समिति का अपना दृष्टिकोण होगा. रिपोर्ट के आधार पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय हो सकती है.