इन 12 सवालों से आप जान जाएंगे कौन सच बोल रहा है, केजरीवाल या मुख्य सचिव ?

नई दिल्ली : दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी से कथित मारपीट के मामले में ये ऐसे 12 सवाल हैं जिनका जवाब सबके दिमाग में है. जब तक इन सवालों का जवाब नहीं मिलता सच का पता लगाना बेहद मुश्किल है.

सवाल नंबर -1

दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी की मेडिकल रिपोर्ट कहती है कि उन्हें कई जगह चोटें आई हैं. चेहरे पर सूजन के निशान हैं और उनके होठ के पास एक सेन्टीमीटर लंबा और आधा सेन्टीमीटर चौड़ा कट लगा है. इसके अलावा उनके कान के पास सूजन है. सवाल ये है कि इतनी बड़ी चोट लगने के बावजूद चीफ सेक्रेटरी वीडियो में आराम से फाइल हाथ में लेकर घर जाते क्यों दिख रहे हैं. इतनी चोट वाले शख्स ने एक बार भी अपने हाथ से चोट को दबाने की कोशिश क्यों नहीं की ?

सवाल नंबर -2

दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी रात 12 बजे केजरीवाल के घर गए थे और सात मिनट में ही ऐसा क्या हो गया कि मामला इतनी तगड़ी मारपीट में बदल गया. उनके सिर में चोटें कैसे आ गईं. जब झगड़ा इतना तेज़ी से बढ़ता है तो माहौल बेहद गर्म होता है. मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसी हालत में सहज नहीं रहा जा सकता. मुख्य सचिव ने इतना सब होने पर भी न तो पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया न हीं. कोई सहायता ली. वो अस्पताल भी नहीं गए. बल्कि इतने गंभीर और दर्द भरे घाव होने पर भी दूसरे दिन शाम को मेडिकल जांच क्यों करवाई गई. ?

सवाल नंबर -3

मुख्य सचिव ने पुलिस को सूचना देने के लिए दूसरे दिन दोपहर तक का इंतज़ार क्यों किया. उन्होंने हाल की हाल पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी. मुख्य सचिव से पहले प्रकाश जरवाल और अजय दत्त ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी लेकिन वो प्लानिंग करते रहे.

सवाल नंबर -4

दिल्ली सचिवालय में आशीष खेतान और मंत्री इमरान हुसैन से मारपीट हुई. इसका वीडियो भी सामने आया लेकिन मामला दर्ज नहीं हुआ क्यों. अचानक दिल्ली सचिवालय में इतनी बड़ी हिंसक भीड़ कैसे इकट्ठा हो गई. क्या मुख्य सचिव के समर्थक अधिकारियों को कानून पर भरोसा नहीं था. अगर था तो पीटने वालो की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई ?

सवाल नंबर -5

अगर मुख्यसचिव इतनी बुरी तरह घायल हुए थे तो घटना के पहले 24 घंटों में उनकी कई तस्वीरें खींची गईं लेकिन एक में भी वो पट्टी बाधें दिखाई नही दिए यहां तक कि कई अखबारों ने तस्वीरें छापीं लेकिन उनमें सूजन दिखाई नहीं दे रही.

सवाल नंबर -6

मुख्य सचिव के साथ मारपीट का प्लान सुनियोजित था तो वो क्या वजह हो सकते ही जिसके कारण इतना बड़ी साजिश रचनी पड़ी. बिना निहित स्वार्थों के कोई इतना बड़ा कदम नहिं उठा.

सवाल नंबर-7

रात 12 बजे मुख्य सचिव बैठक के लिए केजरीवाल के घऱ गए थे , सात मिनट दस सैकेन्ड बाद ही वो बाहर आ गए. इस बीच ऐसा क्या हुआ कि मारपीट की नौबत आ जाए ?

सवाल नंबर -8

अगर मारपीट हुई थी तो मामले के इकलौते गवाह वीके जैन ने मारपीट की बात से इनकार क्यो किया. उन्होने तीन घंटे की पूछताछ के बावजूद पुलिस को मारपीट की बात क्यों नहीं बताई ?

सवाल नंबर -9

अगर प्रकाश जरवाल और अजय दत्त ने मामले की शिकायत दर्ज करने के लिए दूसरे दिन सुबह तक इंतज़ार क्यों किया. क्यों नहीं उन्होंने दुर्व्यवहार और जाति सूचक शब्दों के इस्तेमाल की शिकायत मुख्य सचिव के सक्रिय होने तक नही की.

सवाल नंबर -10

मीटिंग बुलाने के लिए रात 10 दस बजे(खुद आप ने ये समय बताया है)  का समय क्यों मुकर्रर किया गया. ऐसा कौन सा ज़रूरी फैसला था जो दूसरे दिन करने पर मुसीबत आ जाती.

सवाल नंबर -11

विज्ञापन इतना महत्वपूर्ण विषय नही था कि आधी रात को मीटिंग करने के लिए चीफ सेक्रेटरी पूरे उत्साह के साथ क्यों पहुंच गए? जो मुख्य सचिव ये कह सकते है ं कि वो सिर्फ एलजी का आदेश मानेंगे  वो केजरीवाल के लिए आधी रात को एक टांग पर क्यों खड़े थे. वो भी अकेले.

सवाल नंबर -12 वो कौनसी अर्जेंट मीटिंग थी जिसके लिए आधी रात को मुख्य सचिव, केजरीवाल, सिसोदिया और अन्य विधायक आधी रात को भी मीटिंग करने को तैयार थे. कही एजेंडा, विज्ञापन, और राशन कार्ड के अलावा तीसरा तो नहीं था जिसे दोनों पक्ष छिपा रहे हैं?

ये वो सवाल हैं जिनके जवाब में ही सारा रहस्य छिपा है. इनके जवाब से  ही जाना जा सकता है कि हकीकत क्या है. (ICHOWK पर पत्रकार गिरिजेश का लेख)