संघ ने नवरात्रि नहीं मनाया तो इफ्तार क्यों?

नई दिल्ली : कट्टरपंथ की लड़ाई में बड़े कट्टर हमेशा बाज़ी मार लेते हैं. अब जब चुनावी फायदे के लिए ही सही संघ सैक्युलर दिखने की की कोशिश कर रहा बै तो राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की इफ्तार पार्टी पर सवाल खड़े होने लगे है। हिंदू महासभा ने संघ से पूछा है कि वो इफ्तार पार्टी क्यों दे रहे है।
हिंदू महासभा का आरोप है कि आरएसएस ऐसा मुसलमानों को संतुष्ट करने के लिए कर रहा है। हिंदू संगठन ने इसके लिए संघ को माफी मांगने और इफ्तार पार्टी के आयोजन को निरस्त करने को कहा है। अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने कहा कि केशव हेडगेवार ने हिंदुओं के हितों की रक्षा के लिए संघ की स्थापना की थी। लेकिन, यह संगठन अब इसके बजाय मुस्लिमों के हितों की रक्षा कर रहा है। इसके लिए उसे माफी मांगनी चाहिए। हिंदू संगठन के महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा और कार्यालय सचिव वीरेश त्यागी ने कहा है कि अब संघ ने हिंदुओं के हितों में काम करना छोड़ दिया है और मुस्लिम हितों की बात कर रहा है।
संघ ने कभी हिंदुओं के लिए नवरात्र या अन्य उत्सवों का आयोजन नहीं किया है। संघ अपने संस्थापकों के दिखाए रास्ते से भटक गया है। बयान में कहा गया है कि संघ से अनुरोध किया जाता है कि अपनी इफ्तार पार्टी को निरस्त करे और उसे इस गलती के लिए हिंदुओं से माफी मांगे। वरना महासभा इसका विरोध करेगा।