दूसरा मोहम्मद शाहिद दस जनम में नहीं ला पाओगे मोदी जी

भारतीय हॉकी के सबसे चपल कप्तानों में से एक मोहम्मद शाहिद की हालत बेहद खराब है. सरकार की तरफ से कोई उनका हाल लेने वाला नहीं है. 

मास्को ओलंपिक में देश का मान बढ़ाने वाले पूर्व भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मोहम्मद शाहिद की हालत फिर बिगड़ गई है. गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में तकरीबन 15 दिन से भर्ती शहीद की हालत पिछले दो दिनों से अतयन्त गंभीर हो गई है. बताया जाता है कि शहीद के अंदरूनी ब्लीडिंग हुई है. जिसके बाद से उनकी तबीयत फिर से बिगड़ गई है.
गौरतलब है कि एक तरफ जहां ओलंपिक के लिए भारतीय हॉकी टीम कि घोषणा कर दी गई वहीँ दूसरी ओर मास्को ओलंपिक में गोल्ड मैडल दिलाकर देश का मान बढ़ाने वाले पूर्व भारतीय हॉकी टीम के कप्तान शाहिद मेदांता हॉस्पिटल में अपने लीवर और ख़राब हुई किडनी के कारण जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. लेकिन उनकी मदद और देखभाल के लिए सरकार का कोई नुमाईंदा उनके बराबर हालचाल लेता नहीं दिख रहा है.

शाहिद के एक करीबी रिश्तेदार मोहम्मद रफ़ी का कहना है कि सोमवार क़ी रात उनकी हालत फिर से बिगड़ गई है. डॉक्टर ने उनकी हालत में सुधार ना होते हुए देख परिजनों से उनका ट्रीटमेंट बदलना चाह रहे है. डॉक्टर का मानना कि जो दवाईयां शाहिद को दी जा रही है. वह शाहिद को शायद शूट नहीं कर रही है. इसलिए उनकी दवाईयां बदले जाने की जरुरत है. फिलहाल शाहिद को मेदांता के ICU में रखा गया है. मालूम हो कि देश के जाने माने डॉक्टर व मेदांता के प्रमुख डॉक्टर नरेश तिरहन कि देखरेख में शाहिद का इलाज किया जा रहा है.

इससे पहले देश का मान बढ़ने वाले पूर्व भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मो.शाहिद को पीएम की और से  देखने के लिए राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह और राज्य मंत्री राज्‍यवर्धन सिंह राठौड़ गए हुए थे. इसके बाद से अभी तक कोई भी उनका हालचाल लेने मेदांता हॉस्पिटल नहीं पंहुचा है. उल्लेखनीय है कि तक़रीबन 15 दिन पहले बनारस से शाहिद को इलाज के लिए मेदांता में भर्ती कराया गया था.

Courtsey : india samwad